1090 का है इनाम। तो क्यों बताये लाल दुपट्टे वाली अपना नाम

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सूबे की सत्ता के लिये संघर्ष अब पांचवें चरण में दाखिल हो चुका है विरोधी पार्टियां सरकार को हर मोर्चे पर विफल बता रही हैं वहीं सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी अपने 5 साल के रिपोर्ट कार्ड के साथ जनता की अदालत में है।
अखिलेश सरकार वीमेन पावर हेल्पलाइन 1090 को महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक सार्थक कदम बता रही है और इसे अपनी बड़ी उपलब्धि के रूप में जनता के सामने पेश कर रही है सरकार का दावा है मोबाइल पर कॉल्स , SMS, सोशल साइट्स और ईमेल के ज़रिये होने वाले उत्पीड़न को रोकने के लिये 1090 कारगर हथियार साबित हो रहा है।
कैसे काम करता है 1090
1090 में शिकायत दर्ज करने का काम महिलाएं ही करती हैं जिस से पीड़ित बिना झिझक के अपनी बात कह सकें हेल्पलाइन सेंटर में शिकायत दर्ज करने वाली लड़कियां पीड़िता से विनम्रता व संवेदनशीलता के साथ उनकी समस्याएं समझती हैं फिर उसे रजिस्टर करती हैं हेल्पलाइन की खास बात यह है इसमें शिकायत करने वाली महिला की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाती है यहां सब कुछ कम्प्यूटरीकृत है इसके सॉफ्टवेयर को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है जिससे पीड़िता के दस्तावेज़ सुरक्षित रहें इस के लिये हेल्पलाइन को तकनीकी रूप से एडवांस बनाया गया है जिससे किसी भी सूचना की कॉपी न किया जा सके। यही वजह है कि लडकियां वीमेन हेल्पलाइन को अपने लिए सुरक्षित महसूस करती हैं।
हेल्पलाइन में शिकायत आने के बाद सबसे पहले आरोपी की काउन्सलिंग की जाती है जिस से कि उसे अपनी गलती का एहसास हो और भविष्य में इस तरह की गलती न दोहराए जायें बावजूद इसके आरोपी में अगर कोई सुधार नहीं होता है तो उस पे सख्ती बरती जाती है यहां तक कि उसे सरकारी नौकरी,सरकारी सुविधायें, पासपोर्ट आदि से वंचित करने और चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने का दंड मिल सकता है इन प्रावधानों की वजह से लड़कियों के साथ आये दिन होने वाले अपराधो में कमी आई है।
क्या कहती हैं कॉलिज गोइंग गर्ल्स और वर्किंग वीमेन।
अवध गर्ल्स कॉलेज में पढ़ने वाली ग्रेजुएशन की स्टूडेंट शालिनी ने बताया 1090 वीमेन इम्पावरमेंट टूल है अगर हमें शाम को घर लौटने में थोड़ी देर भी हो जाती है तो भी कॉन्फिडेंट फील करते हैं। शहर के हर्ट हजरतगंज में एक कॉल सेंटर में काम करने वाली लड़की ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमारे आफिस में लड़कियों के सामने ही अश्लील बातें और इशारे होते थे हमें बुरा तो लगता था लेकिन कौन पड़े पुलिस के पचड़े में? ये सोच कर हम चुप रह जाते थे लेकिन 1090 की वजह से हालात अब बदल चुके हैं।
पुराने लखनऊ की रहने वाली मदरसे की छात्रा आइशा अमीन से जब हमने पूछा 1090 के बारे में सुना है आपने? तो उसने बड़ी मासूमियत से बताया। हॉ.. अब अगर पापा ने कभी मम्मी को डांटा तो 1090 पर फोन कर के पुलिस अंकल को बुला लूंगी। हमें कुछ महिलाएं ऐसी भी मिलीं जिनकी शिकायत थी कि समय पर 1090 पे कॉल नहीं मिल पाती है जिस से उन्हें मायूसी भी होती है लेकिन उन्होंने आइडिया 1090 को सराहा।
क्या कटघरे में है समाज।
देखा जाये तो वीमेन पावर हेल्पलाइन 1090 अखिलेश सरकार की एक अच्छी पहल है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि महिलाओं की सुरक्षा पुरुषों की सोच पर निर्भर करती है या पुलिस के सामर्थ्य पर।
तस्नीम असलम

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