लखनऊ। प्रदेश में चुनाव अपने शबाब पर है ऐसे में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को बड़ा झटका देते हुए धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री विजय मिश्रा ने साइकिल छोड़ हाथी की सवारी कर ली। गुरूवार की शाम को बसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बसपा कार्यालय में धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री विजय मिश्र को विधिवत पार्टी में शामिल होने की घोषणा की। बसपा सुप्रीमो ने बताया कि अखिलेश ब्राह्मण विरोधी है विजय मिश्रा ने कहा कि हमने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चमचे व चाटुकारों से घिरे हुए है उन्होंने सीएम अखिलेश यादव को ब्राह्मण विरोधी भी कहा। विजय मिश्रा की गिनती सपा के दिग्गज ब्राह्मण नेताओं में होती थी।
विजय मिश्रा मुलायम गुट के माने जाते है। उनके बड़े पिता वरिष्ठ पत्रकार अच्युतानंद मिश्र मुलायम सिंह के अभिन्न मित्र है उन्ही के कहने पर मुलायम सिंह ने स्वयं 2012 के विधानसभा चुनाव में सदर सीट से प्रतयाशी बनाया था। बाद में इन्हे राज्यमंत्री भी बनाया गया। बताया जाता है कि चाचा-भतीजा की लड़ाई में अखिलेश यादव ने इनको संदिग्ध माना तथा कुछ यादव नेताओं की शिकायत पर इनका टिकट काटकर राजेश कुशवाहा को प्रत्याशी घोषित कर दिया।