लखनऊ (राज्य मुख्यालय) । चित्रकार नीता सिंह की तीन दिवसीय चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन बृहस्पतिवार को लखनऊ के राष्ट्रीय ललित कला अकादमी में हुआ। नीता की चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन वरिष्ठ चित्रकार एवं कला समीक्षक अखिलेश निगम ने किया।
प्रदर्शनी में जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती चित्रकारी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। चित्रकार अखिलेश निगम ने प्रदर्शनी में लगाये गये चित्रों का बारीकी से अवलोकन करते हुये नीता सिंह से चित्रों के बारे में पूछा और चित्रों में प्रयुक्त किये गये रंगों के बारे में जानकारी प्राप्त की
चित्रकला प्रदर्शनी में बौद्ध मत एवं उसके संदेशों को रेखांकित करती हुई ज्यादातर चित्रों को देख कर अखिलेश निगम ने नीता सिंह से इसके पीछे की कहानी जानने की कोशिश की। नीता सिंह ने बताया कि कुछ भी योजनाबद्ध ( Planned) नहीं था । मन में विचार ने जन्म लिया, बस उस विचार को मूर्त रूप देने के लिए हाथ में ब्रश पकड़ा, एक चित्र बनाया दूसरा चित्र बनाया और फिर चित्र बनते ही चले गए।
हमारे रिपोर्टर्स विकास और प्रिंस से बात करते हुए नीता सिंह ने बताया कि,एक चित्र हजार शब्दों से ज्यादा प्रभावी होता है।उन्होंने कहा कि हमारी कल्पनाओं की दुनिया रंगीन है हम चित्रकार भले ही चित्रों में रंग भरते हों लेकिन सच्चाई तो यह है कि रंग हमारे जीवन को सुंदर और सुव्यवस्थित बनाते हैं।
नीता सिंह ने न्यूज डॉन से कहा कि, देश के अलग अलग हिस्सों में हमारे चित्रों की प्रदर्शनी लगती रही है। ये प्रदर्शनी 29 मई तक चलेगी। आपको बता दें कि यह प्रदर्शनी राजधानी लखनऊ के राष्ट्रीय ललित कला अकादमी में तीन दिनों तक चलेगी।
नीता की चित्रकला प्रदर्शनी में चित्रकारों, नाटककारों, पत्रकारों एवं उत्सुक दर्शकों के साथ साथ उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं ग्राम्य विकास आयुक्त वीरेन्द्र कुमार सिंह भी मौजूद थे।