लखनऊ/दिल्ली: अखिलेश सरकार की जिद्द और युवाओं का साथ यही युवा मुख्यमंत्री के हौसलों को बढ़ाता है| और कहीं न कहीं उनका काम ही बोल रहा है कि इस बार एक बार फिर मुख्यमंत्री कि कुर्सी पर बैठने की दावेदारी अखिलेश सरकार की है| फिलहाल चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा वादविवाद में उलझे उनके पिता मुलायम सिंह यादव से कह दिया गया है कि दोनों धड़ों के पास यह साबित करने के लिए सोमवार तक का समय है कि क्यों वे उनकी पार्टी के चुनाव चिह्न ‘साइकिल’ के हकदार हैं|
चुनावी बिगुल तो बज ही चुका है और साथ ही 43 वर्षीय मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के विधायकों तथा पार्टी पदाधिकारियों से गुरुवार को एक बैठक में शामिल होने तथा उन दस्तावेज़ पर दस्तखत करने के लिए कहा है, जिनमें अखिलेश गुट को समर्थन की बात कही गई है| इसके बाद ये दस्तावेज़ केंद्रीय चुनाव आयोग को दिए जाएंगे, ताकि साबित हो सके कि इसी गुट के पास बहुमत है, और यही वैध समाजवादी पार्टी है| इन सब के बावजूद उन्हें सोमवार तक का समय तो दे ही दिया गया है|