अखिलेश यादव एक अपरिपक्व नेतृत्व है, जो सवर्णों खासकर ब्राह्मणों का समूल विनाश चाहता है ,यह सरकार ब्राह्मण द्रोही है |पिछले पांच वर्षों में अखिलेश ने किसी भी ब्राह्मण नेता को न तो कोई विशेष जिम्मेदारी दी और न ही कोई सम्मान , बल्कि समय समय पर इस समाज के लोगों को बेईज्ज़त करते रहे |स्वर्गीय राजाराम पांडेय को बर्खास्त किया जिससे वह सदमे से मर गए |यह बातें सपा सरकार में राज्य मंत्री रहे विजय मिश्र ने न्यूज़ डेस्टिनी ऑफ नेशन (न्यूज़ डॉन ) के विशेष प्रतिनिधि विवेक कुमार राय से कही |अखिलेश यादव पर उपरोक्त आरोप लगाते हुए विजय मिश्र ने कहा कि मैंने भली -भांति सोच विचार कर बसपा ज्वाइन किया है |जहाँ मुझे अपने समाज सहित सर्व जन की सेवा व सहयोग करने हेतु जिम्मेदारी दी गई है |श्री मिश्र ने कहा कि सर्वजन सुखाय व सर्वजन हिताय के लिए काम करने वाली सशक्त और निर्भीक नेतृत्व मायावती में “मैं अपनी आस्था जाहिर करते हुए पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारियों का मैं ईमानदारी से निर्वहन करूंगा “|
विजय मिश्र ने कहा कि सपा सरकार के लिए मैंने अपने विभाग से लोगों को श्रवन यात्रा कराई जिससे जनता में मेरी चारों ओर सराहना होने लगी जो अखिलेश के भ्रष्ट और चाटुकार लोगों को हजम नहीं हो सका |उन्हें लगा कि कोई ब्राह्मण उनसे ज्यादा बड़ा नेता ना हो जाए , यही कारण रहा कि अखिलेश की समाजवादी पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया ताकि मैं क्षेत्र में कमजोर हो जाऊं |मेरे पास मात्र एक ही विकल्प था कि मैं अपने समाज सहित सर्व समाज की सेवा व सहयोग के लिए ऐसे नेतृत्व के साथ जाऊं,जहाँ हमारे समाज के लिए अच्छी सोच व नीति हो और वैसा नेतृत्व केवल मायावती ही हो सकती हैं |