लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने चुनावी बिगुल बजा दिया है और अखिलेश भी मैदान में आ गये है, सपा सरकार यह भली भाति जानती है कि जनता को कैसे लुभाना है और उसी की तैयारियों में जुटे सीएम ने मंगलवार को इसका आगाज कर दिया| सपा सरकार ने जातीय समीकरण को छोड़ अब जनता के सीधे दिल का रास्ता खोज लिया है और उस पर चलने को तैयार हो गये हैं|
उन्होंने दक्षिण भारतीय राज्यों की नीति को अपनाया है, अब तमिलनाडु की ही बात करें तो वहां जनता को कभी टीवी तो कभी फ्रीज तो कभी मुफ्त में अनाज बंटता रहा है| आंध्र प्रदेश में कांग्रेस के वाई एस राजशेखर रेड्डी ने किसानों को मुफ्त बिजली देने का वादा कर 2004 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी, और इसी तरह अखिलेश यादव ने 2012 में यूपी में सरकार बनते ही 35 साल से अधिक उम्र के बेरोजगार युवाओं को एक हजार रुपये का मासिक भत्ता देने का ऐलान किया था, उन्होंने 12वीं और 10वीं के छात्रों को लैपटॉप और टैबलेट देने का भी वादा किया था, उत्तर प्रदेश 10वीं पास करने वाली मुस्लिम छात्राओं को आगे की पढ़ाई या शादी में मदद के लिए 30 हजार रुपये देती है|चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी संभव है, और ऐसे में सीएम आचार संहिता लागू होने से पहले ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दिखा देना चाहते हैं, और ऐसा ही अखिलेश सरकार ने किया भी है| उन्होंने अपने ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी भी दिखाई है|