जालौन: जालौन के माधौगढ़ में छात्रा द्वारा कालेज प्रबंधक के दबाव में वोट डालने से इंकार करने पर बौखलाकर प्रबंधक ने उसकी जीभ काटने का फरमान सुना डाला और उसे धक्के मारकर अपने कालेज से बाहर कर दिया। दो दिन पहले हुई इस घटना के विरोध में कालेज खुलने पर छात्र-छात्राओं ने थाने के सामने प्रदर्शन करते हुए मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस को प्रार्थनापत्र दिया गया|
घटना स्व. बहादुर सिंह महाविद्यालय की है जिसके प्रबंधक बृजेंद्र प्रताप सिंह एक बार बसपा से विधायक चुने जा चुके हैं। आरोप है कि इस बार वे महान दल से प्रत्याशी होने की तैयारी कर रहे हैं। गत् 24 दिसंबर को उन्होंने कालेज में पढ़ाई बंद कराकर सभी छात्र-छात्राओं को मैदान में इकटठा कर लिया और बोले कि इस बार वे महान दल से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं जिसे देखते हुए तुम सभी लोगों को अभी से महान दल के लिए वोट करने का मन पक्का कर लेना चाहिए| बीएससी दितीय वर्ष की छात्रा हिमांशु सिंह को प्रबंधक का यह फरमान गंवारा नही हुआ। उसने कहा कि वोट देना हर मतदाता की मर्जी का काम है। इसलिए आपसे इस तरह का कोई वायदा नही किया जा सकता|
छात्रा की इस जुर्रत पर प्रबंधक आपे से बाहर हो गये। उन्होंने गुस्से में कहा कि इसकी जुबान काट लो। इसकी टीसी काटकर लिख दो कि इसका चरित्र खराब है और इस कालेज में इसकी पढ़ाई बंद करा दो। प्रबंधक के यह तेवर देखकर पूरा स्टाफ और छात्र सन्न रह गये। लेकिन भय वश कोई कुछ बोल नही पाया।
अन्य छात्र-छात्राएं भी प्रबंधक के इस रवैये से घटना के बाद से ही उद्वेलित रहे| उन्होंने सोमवार को साहस दिखाते हुए प्रबंधक के खिलाफ सामूहिक रूप से थाने पहुंचकर धरना दे दिया। उनकी मांग थी कि प्रबंधक को गिरफ्तार किया जाये| छात्रा हिमांशु सिंह ने आरोप लगाया कि प्रबंधक बृजेंद्र प्रताप सिंह का आपराधिक इतिहास है। उनके खिलाफ गुण्डा एक्ट की कार्रवाई हो चुकी है। एक शिक्षक की अमानवीय पिटाई की वजह से प्रदेश के नौ शिक्षक विधायकों ने उनके खिलाफ जालौन जिले में आकर धरना दिया था। वे पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, मुलायम सिंह और सपा के वर्तमान अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ भी अमर्यादित भाषण करते रहे हैं| लोकायुक्त ने उन्हें विधायक निधि के दुरुपयोग के मामले में दोषी पाया था। उन्होंने कहा कि इसलिए बृजेंद्र प्रताप सिंह से उसको जान का खतरा है। उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाये तांकि उसके साथ कोई अनहोनी न हो सके|